मनकुंवर नदी पर बना पुल कुछ महीने पहले टूट गया था । लोगों के आवागमन को सुचारू बनाने वहीं पास में एक डायवर्टेड पुल बनाया गया था । यह पुल भी भारी बारिश की भेंट चढ़ कर टूट गया । वैसे ही बारिश के दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन बहुत दूभर होता है । ऐसे में जिला मुख्यालय से जुड़ने वाले 15 गांवों के बाशिंदों पर पुल टूटने से दुबले पर दो आषाढ़ की कहावत चरितार्थ हो रही है । एक ओर जहां लोगों को जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ रही है वहीं इसका असर स्वास्थ्य सेवाओं पर भी पड़ा है । वीडियो में आप देख सकते हैं कि कुछ लोग एक मरीज को एंबुलेंस से उतारकर खटिया के सहारे नदी पार कर रहे हैं । दरअसल यह व्यक्ति जो बीमारी के कारण चलने फिरने लायक नहीं है, बालाघाट से इलाज कराने के बाद एंबुलेंस में वापस घर जा रहा था । लेकिन पुल टूटा होने की वजह से उन्हें ये युक्ति भिड़ानी पड़ी ।