मध्य प्रदेश से पकड़ा गया TMC नेता की हत्या का आरोपी
पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता की हत्या के मामले में बंगाल पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस की एक टीम गुरुवार को मध्य प्रदेश के शाजापुर पहुंची. वो यहां से एक आरोपी को अपनी हिरासत में लेकर पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुई. जानकारी के मुताबिक आरोपी शाजापुर के बेरछा थाना क्षेत्र में मजदूर बनकर रह रहा था.
आरोपी मूल रूप से बिहार का रहने वाला है. बता दें कि पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में पंचायत चुनाव के पहले आद्रा शहर के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और उनके सुरक्षाकर्मी को गोली मार दी गई थी. इस मामले में टीएमसी नेता की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ था. पश्चिम बंगाल पुलिस इस मामले में कुछ लोगों को पहले ही हिरासत में चुकी है.
शाजापुर से पकड़ा गया आरोपी
इसी मामले में जब पुलिस को एक आरोपी की लोकेशन मध्य प्रदेश पुलिस के शाजापुर जिले में मिली तो टीम ने यहां पहुंच कर स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को हिरासत में लिया. आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया और उसके बाद ट्रांजिड रिमांड पर उसे पश्चिम बंगाल लेकर रवाना हो गई.हालांकि इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस के अधिकारी मीडिया के सामने कुछ भी आधिकारिक तौर पर कहने से बचते दिखे.
वहीं पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह ने भी फिलहाल सिर्फ इतना बताया कि बंगाल पुलिस एक आरोपी को यहां से गिफ्तार कर रवाना हुई है. एसपी यशपाल सिंह के मुताबिक 2008 में मालेगांव विस्फोट के मामले में शाजापुर का नाम सुर्खियों में आया था. यहां से दुपाड़ा के कई लोगों को मुंबई एटीएस ने गिरफ्तार किया था.
साल 2009 में समझौता एक्सप्रेस में विस्फोट को लेकर कालापीपल के खरदोनकलां से दो लोगों को हिरासत में लिया था. इंदौर में प्रतिबंधित संगठन सिमी के जो सदस्य पकड़े गए थे, उनकी डायरी में भी शाजापुर शहर के महूपुरा के कई लोगों के नाम थे. तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अशोक सोनी के कार्यकाल में 2001 में शाजापुर शहर में आपत्तिजनक सिमी के पोस्टर भी जब्त किए गए थे. इस मामले में शाजापुर शहर के महूपुरा से आधा दर्जन लोगों को प्रतिबंधित संगठन सिमी की गतिविधियों में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया था.