नेपानगर में वनभूमि पर ईसाइयों के अवैध चर्च निर्माण का विरोध
(संत पुजारी समिति ने मध्यप्रदेश सरकार को चेताया)
ुरहानपुर । जिले की नेपानगर तहसील के वनग्राम मांडवा में वनभूमि पर अतिक्रमण कर गैर-कानूनी रूप से ईसाई मिशनरियों द्वारा चर्च निर्माण किया जा रहा है जिसे तत्काल ध्वस्त किया जाना चाहिए यह बात वनमंडल कार्यालय बुरहानपुर में ज्ञापन देते समय मीडिया से चर्चा करते हुए महंत पुष्करानंद महाराज ने कही।
अखिल भारतीय संत पुजारी समिति के तत्वाधान में साधु संत एवं पदाधिकारीयों द्वारा सोमवार को वनमंडल कार्यालय पहुंचकर प्रभारी डीएफओ को गैर-कानूनी चर्च निर्माण होने पर रोष व्यक्त करते हुए ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन वाचन करते हुए आशीष शर्मा ने कहा वन भूमि पर लगातार ईसाई मिशनरियों द्वारा चर्च निर्माण किया जा रहा है। ईसाई मिशनरी केवल यहीं पर नहीं रुक रहे हैं अपितु भोले भाले जनजाति समाज के बंधुओ को लालच देकर या भय से धर्मांतरित भी कर रहे हैं।
बड़े गणपति मंदिर के पुजारी बाल्या महाराज ने कहा सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करते हुए तत्काल प्रभाव से जिन्होंने गैर-कानूनी चर्च निर्माण किया है व जो नाम चिन्हित किए गए हैं उनके विरुद्ध तत्काल वन विभाग को स्थानीय पुलिस स्टेशन पर शिकायत पंजीबद्ध करवाना चाहिए।
पंडित शैलेश मुखिया ने कहा नेपानगर क्षेत्र में ईसाई मिशनरियों की गतिविधियां इतनी बढ़ गई है की वह निर्भीक रूप से भय लालच देकर हिंदू आदिवासियों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। प्रत्येक रविवार को नेपानगर के वनग्राम मांडवा में आदिवासियों को इसाई पद्धति से प्रार्थना करने के पश्चात भोजन का लालच दिया जाता है, कभी टोना-टोटका, कभी दवाईयों से किसी को ठीक करते हुए जोर शोर से धर्मांतरण करवाया जा रहा है।
बुरहानपुर मज़दूर यूनियन अध्यक्ष ठाकुर प्रियांक सिंह ने बताया पिछले माह भी डीएफओ बुरहानपुर से मिलकर ईसाई मिशनरियों की गैरकानूनी गतिविधियों एवं वन भूमि पर चर्च निर्माण की शिकायत फोटो वीडियो सहित प्रेषित की थी जिसके बाद वन विभाग ने कार्य रुकवा दिया था एवं पंचनामा बनाते हुए यह उल्लेख भी किया था कि वन भूमि पर गैरकानूनी निर्माण हुआ है। ठाकुर ने वन विभाग पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा जब वन विभाग स्वयं मान रहा है कि वन भूमि पर गैर कानूनी निर्माण हुआ है तो उसे ध्वस्त करने में किस बात का इंतजार हो रहा है।
अखिल भारतीय संत पुजारी समिति का ज्ञापन प्रस्तुत करते समय शुभम वारुडे, संदेश जोशी, चेतन भारद्वाज, आदि उपस्थित थे।