आलोट नि प्र आलोट में सा साधनों की कमी नहीं कमी और उदासीनता नजर आती है जन प्रतिनिधियों में गांव गांव से युवा परिवार छोड़कर रोजी-रोटी के लिए गुजरात राजस्थान महाराष्ट्र जाते हैं कारण सिर्फ नगर में उद्योग की कमी जनप्रतिनिधि चाहे तो राजस्थान मध्य प्रदेश के बीच शिप्रा नदी के तट पर बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट मिनी गोवा की तर्ज पर शिप्रा जी दसवां घाट पर भरपूर पानी हरियाली
की कमी नहीं एक बेहतरीन बेरोजगारों के लिए रोजगार का साधन तैयार हो सकता है आलोट से 9 किलोमीटर दूर जैन तीर्थ स्थान नागेश्वर उन्हेल जों शिप्रा नदी के पुल को पार करके जैन तीर्थ यात्री नागेश्वर भगवान के दर्शन करने पहुंचते हैं जो महाराष्ट्र गुजरात से दर्शन लाभ लेने के अलावा शांति प्रिय जगहों पर विश्राम करने आते हैं छुट्टियों के दिनों में यहां अपार भीड़ होती है वही आलोट में अनादि कल्पेश्वर महादेव मंदिर, छता शाह बाबा, आगाशा वाली दरगाह जहां हर धर्म के लोग आस्था रखते हैं
वहीं 50 किलोमीटर की दूरी पर जावरा सुप्रसिद्ध हुसैन टेकरी जहां विदेश से जायरीन आते हैं दिल्ली मुंबई रेल मार्ग से आने वाले जावरा जाना हो या नागेश्वर उन्हेल आलोट होकर ही गुजरते हैं 85 किलोमीटर पर उज्जैन महाकाल के दर्शन के लिए जाने वाले रामपुर गरोठ भानपुरा शामगढ़ सुवासरा के बाशिंदे आलोट होकर निकलते हैं आगर मालवा बड़ोद के बाशिंदे रेल यात्रा आलोट से करते हैं वही बढ़ती जनसंख्या और साधनों की कमी आलोट की जनता छुट्टी के दिनों में अपने बच्चों को 10 रोज लगने वाले पशु मनोरंजन मेले का इंतजार करते हैं जो उक्त मेला धीरे-धीरे समापन पर जाने लगा जनप्रतिनिधि ध्यान दें राष्ट्रीय सद्भावना ग्रुप मानव सेवा एन जी ओ मध्य प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष मुर्तजा हामिद ईज्जी