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ुरहानपुर वर्तमान आधुनिक जीवन की आपा-धापी एवम् प्रतिस्पर्धा के युग में जिन्दगी जीना जहाँ कठीन होता जा रहा है ऐसे में मानव शांती, जीवन के लिये नये- नये रास्ते अपनाता है। भविष्य की चिंता के साथ सही दिशा में कार्य कर सफलता पाने की चाह उसे ज्योतिष, अंकशास्त्र, टैरो कार्ड रीडर की ओर ले जाती है। करीब 2000 वर्षों से टैरो कार्ड रीडींग के आधार पर भविष्य जानने की लालसा मानव में रही है। यह पहाते 1971 से भारत में प्रचनित हुई और इस विधी से भारत में अनेक टैटो कार्ड रोडर कार्यरत हैं। • ऐसे ही बुरहानपुर में जन्मी, पली-बढ़ी कु० सिध्दी सुनिल बोरले ने “नैशनल बुक ऑफ रिकार्ड में यंगेस्ट फिमेल टैरो कार्ड रीडर केटेगरी में 19 वर्ष की उम्र में अपना नाम दर्ज कराकर एक मिसाल कायम कर बुरहानपुर का नाम गौरान्वित किया है। आज ताप्ती सेवा समिति अध्यक्ष श्रीमती सरिता भगत ने ने कु० सिद्धी सुनिल बोरले को। सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र भेंट किया। कु० सिद्धी ने MBA बस में शिक्षा प्राप्त कर रैकी ग्रेण्ड मास्टर, लामाफेरा मास्टर, क्रिस्टल थेरेपिस्ट, सेवन चका हिल जैसी विधाओं की शिक्षा मुंबई, बंगलोर, दिल्ली और औरंगाबाद में प्राप की है। नाती सेवा समिति की अध्यक्ष श्रीमती सरीता राजेश भगत, संरक्षक राजीव खेड़कर “सौरभ ने सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र भेंट किया कहा कि कु. सिध्दी का भविष्य बहुत उज्ज्वल है उसने भारत सरकार की संस्था का “राष्ट्र गौरव” अवाई भी. इसनिये बहुत शुभकामनाएँ आशियादा इस अवसर पर जयगंगराडे, अत्ताउल्ला खान रगहन अजय राहौर, विजय राठौर, जैकी चट्टा, सुनिल बोसले, श्रीमती अनामिका बोसले एवम् पूर्व पार्यद ना राजेश भगत आदी उपस्थित रहे।