बुरहानपुर मे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा पर कार्यरत संयुक्त राष्ट्र से मान्यता प्राप्त वैश्विक शांति संघठन गांधी ग्लोबल फेमिली और स्थानीय संस्था गांधी शांति समिति के पदाधिकारियो व स्वय सेवको की एक बैठक जीजीएफ की जिला अध्यक्ष श्रीमती तसनीम मर्चेट की अध्यक्षता मे दिनांक 27अक्टूबर को सम्पन्न हुई बैठक मे मो.सादीक जहाजवाला, शेख रुस्तमभाई, आषिश भगत, तफज्जुल हुसैन मुलायमवा, संजय चौकसे, रियाजुल हक अंसारी,मोहम्मद मर्चेट, दिलीप तायडे,वसीम भाई,प्रदीप दुबे आदि प्रमुख गांधीजनॊ की उपस्थिति मे बुरहानपुर मे गांधी विचार की गतिविधियों को विस्तारीत करने के साथ बुरहानपुर मे विध्यमान गांधी भवन का नविनिकरण और गांधी अस्थि विसर्जन स्थल के संरक्षण व संवर्धन के लिए आवश्यक उपाय करने का निर्णय लिया गयाl तथा महात्मा गांधी की 1933 की ऐतिहासिक यात्रा की स्मृति मे आगामी 8 दिसम्बर को एक वृहद कार्यक्रम करने की प्रस्तावना पर भीविचार किया गया l तत्पश्चात देश के प्रसिद्ध सर्वोदयी कार्यकर्ता, गांधी सेवक तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रवर्तक व जीजीएफ के मार्गदर्शक रहे श्री एस एन सुब्बाराव भाई जी की पुण्यतिथि पर सभी कार्यकर्ताओने उन्हें श्रद्धान्जली दी l इस अवसर पर गांधी विचार के समन्वयक दिलीप तायडे ने भाईजी के जीवन व कर्म के बारे बताते हुए कहा की जब चम्बल के दस्युओ की समस्या आतंक व हिंसा का पर्याय बन चुकी थी तब भाई जी सुब्बाराव के गांधी मार्ग और अहिंसक विचार से प्रेरित होकर शैकडो डाकुओ ने हिंसा की राह छोडकर महात्मा गांधी के प्रतिमा के सामने बन्दुके रखकर आत्मसमर्पण किया था l बुरहानपुर का यह सौभाग्य रहा है कि भाई सुब्बाराव जी उनकी देशव्यापी सदभावना रेल यात्रा के दौरान बुरहानपुर आये थे और उनके दर्शन करने का अवसर मिला था l तब तत्कालीन गांधीवादी स्व. नन्दकिशोर देवडा और उनके साथी प्रो विजय दिक्षित ने बुरहानपुर मे उनकी सदभावना यात्रा का समुचित प्रबध किया था l