रतलाम। संवत्सर 2081 के पहले रविवार को कार्यक्रम ‘सुने सुनाए ‘ नियमित आयोजन के अधिष्ठाता श्री विष्णु बैरागी ने आध्यात्मिक रचनाकार पंडित मुस्तफा आरिफ की हाल ही प्रकाशित पुस्तक ‘एक है ईश्वर (कुरान मंथन) का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के सभी प्रतिभागीयों को श्री बैरागी ने पुस्तक भेंट करते हुए कहा कि मुझे बहुत खुशी होती है, जब मेरे घर में नयी पुस्तक का आगमन होता है। हम सब नववर्ष का स्वागत पंडित मुस्तफा की पुस्तक से कर रहें है, ये नववर्ष के लिए एक शुभ संकेत है।
अपनी प्रकाशित पुस्तक की जानकारी देते हुए पंडित मुस्तफा आरिफ ने बताया कि उनकी हिंदी कविता मे रचित पुस्तक ‘एक है ईश्वर (कुरान मंथन) भारतीय परिप्रेक्ष्य में चयनित 786 पदो का समावेश है। जिसे उनके द्वारा रचित 10000 पद 18 अध्याय के महागीत ‘ईश्वर प्रेरणा’ से लिया गया है, जो अगले वर्ष जनवरी 2025 में प्रकाशित होगा।
इस अवसर पर प्रसिद्ध कवि साहित्यकार अनुवादक प्रोफेसर रतन चौहान ने इस प्रयास को धार्मिक विचारो को सुगम सरल भाषा मे सामान्य जन तक पहुंचाने का अद्भुत प्रयास बताया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के एक और प्रमुख स्तंभ महावीर वर्मा, कार्यक्रम में कविता पाठ करने वाले प्रतिभागी .कु. दिव्यांशी दीक्षित, श्री कमलेश पाटीदार, श्री नरेंद्र त्रिवेदी, श्रीमती नीलिमा उपाध्याय, श्री अभिषेक दीक्षित, श्री अनमोल सुरोलिया, श्री अनंत शुक्ला, श्रीमती स्मिता शुक्ला, श्री दिनेश परिहार ‘मूंदड़ी वाला’ को पंडित मुस्तफा आरिफ ने अपनी पुस्तक भेंट की। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार श्री आशीष दशोत्तर ने किया।
निवेदित:
पंडित मुस्तफा आरिफ