बुरहानपुर- बुरहानपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में आए दिन मेलों के नाम पर हेलों की टक्कर का आयोजन होते रहता है, क्या ये पशु क्रूरता की श्रेणी मे नही आता ? इसका जवाबदार कौन है ? मेला समिति, पशु पालक, शासन प्रशासन या यहाँ के जनप्रतिनिधि ? या ये सभी संयुक्त रुप से जिम्मेदार हैं ? मेले आयोजित हो जाने के बाद कार्यवाही क्यों होती हैं ? , पहले ही क्यों रोका नहीं जाता, हेलो की टक्कर को होने ही ना दिया जाए और यदि होती है तो इसके लिए संयुक्त रुप से मेला समिति, हेलो के मालिक, टक्कर क्षेत्र पुलिस थाना एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधि जवाबदार रहेंगे, केवल हेला मालिक और समिति पर कार्यवाही करने से कुछ नहीं होगा।
वाहिद अली- ( पशु सेवक एवं समाज सेवक)
