बुरहानपुर जिले में आदर्श पंचायत के साथ-साथ सबसे बड़ी पंचायत के नाम से प्रसिद्ध एमागीर्द के अंतर्गत
पूरी दुनिया में अपने धार्मिक महत्व के कारण बोहरा समुदाय की प्रसिद्ध दरगाह ऐ हकिमी भी मौजूद हैं, गौरतलब बात यह है कि इस पंचायत के अंतर्गत बोहरा समाज के धार्मिक स्थल के साथ-साथ बुरहानपुर की लाइफ लाइन कहा जाने वाला उद्योग नगर भी मौजूद है, इस पंचायत को केवल दरगाह ऐ हकीमी से आधा करोड़ के आसपास टैक्स की राशि आती है इसके अलावा यहां स्थापित उद्योग से भी टैक्स के रूप में वसूली की जाती है? परंतु दुखद पहलू यह है कि लाखों रुपए टैक्स के रूप में वसूलने वाली यह पंचायत इन स्थानों पर पहुंचने का सुगम मार्ग भी उपलब्ध नहीं कर पा रही है रेलवे स्टेशन से दरगाह हकीमी आने वाला मार्ग जर्जर अवस्था में होने के साथ-साथ सड़क के दोनों तरफ गंदगी की भी भरमार है जो पंचायत लाखों रुपए का टैक्स वसूल रही है यह दायित्व उसका नहीं बनता कि वह टैक्स के बदले में मूलभूत सुविधाएं प्रदान करें ? यही नहीं दरगाह ऐ हकिमि पर देश-विदेश से हजारों जायरिन अपनी धार्मिक आस्था के चलते आते हैं, जो इस जर्जर मार्ग को देख कर शहर के प्रशासन को कोसते नजर आते हैं लाखों रुपए टैक्स वसूलने वाली पंचायत को इस मार्ग पर ध्यान देकर इसका पुनर्निर्माण करवाना चाहिए जो शहर हित में बहुत जरूरी है यही नहीं है गणपति नाका से उद्योग नगर पहुंचने वाला मार्ग भी बहुत बुरी अवस्था में है गौरतलब बात यह है कि इस मार्ग पर उद्योग नगर के साथ-साथ ऐतिहासिक गुरुद्वारा भी मौजूद है जहां भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं और सड़क की हालत को देखकर अफसोस करते नजर आते हैं।